क्या होरहा हैं इस दुनिया मैं कुछ समझ नहीं आरहा। मन मैं सवाल तो बहुत है मगर उसका उत्तर देने वाला कोई नहीं।आज की घटना देख अब ये तो साबित होगया की जो दूसरे को सिख देता है वो पहले खुद उस पे अमल करे तब वो किसी को सिख दे। सुशान्त सिंह राजपूत वाकेहि बहुत ही काबिल अभिनेता थे और वो अभी अपने जीवन के शिखर पे थे। हाल ही मैं उनकी एक फ़िल्म अभी आई थी जिसका नाम छिछोरे था ।जिस मैं उन्होंने आत्महत्या को गलत साबित करते हुए ये बताया था की किसी भी समस्या का हल आत्महत्या नहीं हैं। कोई भी परिस्थिति क्यों ना हो साथ रहके हम उस मैं भी अच्छा कर सकते है। उनके इस बड़े फैसले के पिछे की सच्चाई तो मुझे मालूम नहीं पर उन्होंने ये गलत किया उनमें प्रतिभा की कोई भी कमी नहीं थी वो कोई भी परेशानी को बहुत ही सरल तरीके से सुलझा सकते थे। आज उन्के माता पिता पे क्या बीत रही होगी 😓। उन्के परिवार का दर्द कोई और नही समझ सकता। सुशान्त सिंह राजपूत हमे हमेसा याद रहेंगे हमारे दिल मैं रहेंगे। उन्होंने हमें बहुत सारी ऐसी फिल्मे दी है जो हमेसा अमर रहेगा।
इतने बड़े अभिनेता दुवारा ये कदम उठाये जाने के बाद अब ये तो निचित होगया है की कोई साधारण आदमी हो या बड़ा आदमी हो किसी का भी जीवन आसान नहीं। हमारे पास हमारे मन की बातों को जाननेवाले कोई ना कोई हमेसा अवश्य रहेता है क्रिन्तु इन बड़े अभिनेताओं पास इनके फिलिंग को अच्छे ढंक से जानने वाला कोई नहीं । इनके सिक्रेट जो ये किसी को बता पाए ऐसा कोई नहीं और उप्पर से ये मीडिया वालों का डर इन्हें अंदर ही अंदर मार देता हैं।
अभी तो मुझे सोशल मीडिया पे जाने मैं भी डर लग रहा हैं।सुशान्त सिंह राजपूत एक बहुत ही अच्छे इंसान थे।भगवान इनके घरवालों को इस परिस्थिति से लड़ने की हिम्मत दे।
अंतमे मैं आप सबसे कहूंगा कि आप अपनी सारी कठिनाई किसी ना किसी को जरूर बातये । पता नहीं जिसे आप बता रहे हो वो आपकी कठिनाइयों को सरल ढंग से सुलझा सकें।भगवान कब किस रूप मैं आजाये आपकी मदद के लीये ये कोई नहीं जान सकता।
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